कोरोना पर रिसर्च के बाद होने वाला था बड़ा खुलासा, तभी फ्लैट में मरा मिला ये चीनी रिसर्चर

आज पूरी दुनियां कोरोना वायरस के चलते संकट की स्थिति से जूझ रही है। एक ऐसा वायरस जिसका प्रकोप महीनों बाद भी दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दुनियां भर में तबाही मचाने वाला ये वायरस चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ था। ऐसे में कई देश चीन पर ही उंगली उठा रहे हैं। हालांकि चीन इसके फैलने में अपनी भूमिका वाले सभी दावों को दरकिनार कर देता है। लेकिन अब कोरोना पर रिसर्च करने वाले चीन के एक रिसर्चर की हत्या पर भी सवाल उठने लगे हैं।
दरअसल दावे के मुताबिक पिट्सबर्ग मेडिकल सेंटर में काम करने वाले चीन के रिसर्चर बिंग लिऊ ने इस ख़तरनाक वायरस पर एक बड़ी खोज कर ली थी। लेकिन इससे पहले कि बिंग लिऊ उसे सार्वजनिक करते, बिंग की फिल्मी अंदाज में 2 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई।
ऐसे में चीन पर सवाल उठ रहे हैं कि बिंग लिऊ ने जब रिसर्च को सार्वजनिक करने की बात जाहिर की, तभी उनका मर्डर क्यों हुआ। बिंग ऐसा क्या बात बताने वाले थे, जो बात चीन के कुछ लोग बाहर नहीं लाना चाहते थे।
बता दें कि 37 साल के बिंग फ्लोरिडा के रॉस इलाके के अपने अपार्टमेंट में अकेले रहते थे। तभी एक शख्स ने उनके अपार्टमेंट में घुसकर उनकी गोली मार कर हत्या कर दी। वहीं बिंग लिऊ को मारने वाले शख्स ने बाद में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
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वहीं रिसर्चर बिंग की मौत पर युनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग मेडिकल सेंटर ने भी दुख जताया। उन्होंने कहा कि बिंग लिऊ कोरोना वायरस पर शोध कर रहे थे और वो एक बड़ी खोज के करीब पहुंच गए थे। वो जल्द ही इसका इलाज भी ढूंढने वाले थे।